SHAYRIES IN HINSHI
sanjay
इस मोहब्बत की किताब के,
बस दो ही सबक याद हुए,
कुछ तुम जैसे आबाद हुए,
कुछ हम जैसे बरबाद हुए।
2. उसे जाने की जल्दी थी
तो मैं आँखों ही आँखों में
जहाँ तक छोड़ सकता था
वहाँ तक छोड़ आया हूँ।
3. ज़िद मत किया करो मेरी दास्तान सुनने की,
मैं हँस कर भी कहूँगा तो तुम रोने लगोगे।
4. कहानी खत्म हो तो कुछ ऐसे खत्म हो,
कि लोग रोने लगे तालियाँ बजाते बजाते।
5. एक सवाल पूछती है मेरी रूह अक्सर,
मैंने दिल लगाया है या ज़िंदगी दाँव पर।
6. अब मौत से कह दो कि नाराज़गी खत्म कर ले,
वो बदल गया है जिसके लिए हम ज़िंदा थे।
7. हर बात मानी है तेरी सिर झुका कर ऐ जिंदगी,
हिसाब बराबर कर तू भी तो कुछ शर्तें मान मेरी।
8. अब समझ लेता हूँ मीठे लफ़्ज़ों की कड़वाहट,
हो गया है ज़िन्दगी का तजुर्बा थोड़ा थोड़ा।
9. नजरिया बदल के देख, हर तरफ नजराने मिलेंगे,
ऐ ज़िन्दगी यहाँ तेरी तकलीफों के भी दीवाने मिलेंगे।
10.
1. मिटटी का मटका और परिवार की क़ीमत,
सिर्फ बनाने वाले को ही पता होती है,
तोड़ने वाले को नहीं.#########